दीपक बावरिया का इस्तीफा मंजूर, मुकुल वासनिक बने मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी महासचिव

 कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया का इस्तीफा स्वीकार कर मुकुल वासनिक को प्रदेश का नया प्रभारी बनाया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को यह अतिरिक्त दायित्व सौंपा है। मुकुल वासनिक केरल तथ तमिलनाडु और पुड्डुचेरी प्रदेश कांग्रेस के भी प्रभारी महासचिव हैं। कुछ दिन पहले बावरिया ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया था।


2018 के विधानसभा चुनाव में बावरिया को प्रदेश प्रभारी बनाकर मध्य प्रदेश भेजा गया था। बावरिया को राहुल गांधी का खास माना जाता है। मध्य प्रदेश का प्रभारी बनते ही वे सुर्खियों में आ गए थे। हालांकि विधानसभा चुनाव के दौरान उनका कई जिलों में भारी विरोध हुआ था। प्रत्याशी चयन के दौरान बावरिया के साथ हुई कई असहज घटनाओं इसके वीडियो भी वायरल हुए थे। कई कांग्रेस नेताओं ने उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा तक देने की बात कही थी। लेकिन, सरकार बनते ही समीकरण बदल गए और बावरिया चुप हो गए। बावरिया के ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी काफी नजदीकी संबंध थे। कई बार उन्होंने सिंधिया के समर्थन मे बयान दिया था। वही सिंधिया के भाजपा का दामन थामने के बाद भी बावरिया की उनसे नजदीकियों की खबरें हाईकमान तक पहुंची थीं।



मुकुल वासनिक का नियुक्ति पत्र, जिसे आज जारी किया गया है। 


महाराष्ट्र के नेता हैं मुकुल वासनिक


मार्च में मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक के दौरान मुकुल वासनिक काफी एक्टिव रहे थे। जयपुर में विधायकों रखने से लेकर उनके भोपाल आने तक वह साथ रहे थे। यूपीए के सरकार में वह मंत्री भी रहे हैं। मुकुल वासनिक महाराष्ट्र से आते हैं। राजनीतिक जीवन की शुरुआत एनएसयूआई से हुई थी। वासनिक महाराष्ट्र की बुलढाना लोकसभी सीट से 25 साल की उम्र में सांसद बन थे। मुकुल वासनिक ने बुलढाना संसदीय सीट से 1984, 1991 और 1998 में लोकसभा चुनाव जीता था। 2009 में उन्होंने अपनी पारंपरिक सीट बुलढाना को छोड़ दिया और रामटेक से लोकसभा चुनाव जीता।